March 24, 2016

आज बिरज में होली रे रसिया, होली रे रसिया

By APURVA RAI

THESE photographs were clicked while I had gone to Chandni Chowk market in Delhi ahead of Holi, the festival of colours celebrated with fervour in north India.

During my trip to the market I happened to witness this culture parade marking Holi festivities denoting Lord Krishna and his beloved Radha. Krishna and Radha, natives of Mathura, near Delhi, are known for their love, romance and dance-drama and colours of Holi make them all the more playful.

The culture parade depicted dance and romance of Radha- Krishna while playing Holi colours in Mathura/ Braj/ Vrindavan.

Young artists dancing to lovely Holi songs enthralled people present in the market. I could not resist and immediately clicked some pictures with my mobile. I am using Microsoft Lumia 532 mobile phone which has a 5mp rear (main) camera.

The dance and romance depicting Radha- Krishna are directly related to Holi festivities. 



Some of these pictures are here for you to taste love, dance, bonhomie and celebrations that this festival of colours is known for. I must admit that the picture quality has been enhanced on Adobe Photoshop.

होली रे रसिया. Pix APURVA RAI


आजा रसिया अब होरी खेलें, फ़ाग चढ़ चढ़ आयो
रंग ले अपने रंग मोहे सांवरिया, और रंग ना भायो ।।



होली रे रसिया. Pix APURVA RAI

होली राधा-श्याम की और न होली कोय,
जो मन राचे प्रेम रंग फिर रंग चढ़े न कोय ।।




होली रे रसिया. Pix APURVA RAI

माथे पे बिंदिया, नैनों में काजल सालो री,
नाक में नथनी और शीश पे चुनरी डालो री,
होली खेलन आया श्याम आज इसे रंग में बोरो री ।।


होली रे रसिया. Pix APURVA RAI

नंदग्राम के जुरे हैं सखा सब, बरसाने की गोरी रे रसिया,
दौड़ मिल फाग परस्पर खेलें, कहि कहि होरी होरी रे रसिया।



होली रे रसिया. Pix APURVA RAI

रंग-रंग राधा हुयीं कान्हा हुए गुलाल,
बृज क्षेत्र सब होली हुआ बृजवासी रचें धमाल ।।





होली रे रसिया. Pix APURVA RAI
होरी के रसिया होरी खेलें सखियाँ सब हर्षायो,
श्यामाश्याम रंग चढ़ गयो मोहे और रंग ना भायो ।।


होली रे रसिया. Pix APURVA RAI

तन रंग डाला, मन रंग डाला, अबीर लगाओ जी भर के।
होली आई रे...
घूंघट लगाओ गोरी, मुखड़ा दिखाओ, दूर मत जाओ गोरी डर डर के।
होली आई रे...



होली रे रसिया. Pix APURVA RAI

रंग दे चूनर अपने रंग में ही लहंगा गयो रंगायो,
भर भर मारे श्याम पिचकारी ऐसो आनंद छायो ।।


होली रे रसिया. Pix APURVA RAI
होरी खेलूँगी भयाम तोते नाय हारूँ
उड़त गुलाल लाल भए बादर, भर गडुआ रंग को डारूँ
होरी में तोय गोरी बनाऊँ लाला, पाग झगा तरी फारूँ
औचक छतियन हाथ चलाए, तोरे हाथ बाँधि गुलाल मारूँ।



होली रे रसिया. Pix APURVA RAI

आज बिरज में होली रे रसिया, होली रे रसिया, बरजोरी रे रसिया।
उड़त गुलाल लाल भए बादर, केसर रंग में बोरी रे रसिया।
 



होली रे रसिया. Pix APURVA RAI

रंग गुलाल उड़ उड़ रहे पवन में, ऐसो रंग बरसायो
मन मोरा भी रंग दे सांवरिया, देख अब फागण आयो ।।
रंग दे चूनर अपने रंग में ही लहंगा गयो रंगायो
भर भर मारे श्याम पिचकारी ऐसो आनंद छायो ।।


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होली के रंग हज़ार हज़ार
http://apurvarai.blogspot.in/2011/03/blog-post.html


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